Sunday 5 September 2021

भारतीय कैलेंडर की गणना

 हमारे देश मे अंग्रेज जब आये तो उन्होंने अपनी सारी संस्कृति का चलन शुरू किया।इसी क्रम में उन्होंने हमारी सदियों से चली आ रही कलेंडर को भी प्रशासनिक कार्यो से हटा के अपनी अंग्रेजी कलेंडर जिसका शुरुआत इशमशीह के काल से गणना की जाती है कि शुरुआत किया और भारत की सदियों से चली आ रही विक्रम और शक संबत की चलन को समाप्त कर दिया।

बाद कि भारत की सरकारों ने भी उसी अंग्रेज की पद चिन्हों पर चसलते हुए देश की प्रशासनिक कार्यो में अंग्रेजी कलेंडर को अपनाया और यही कलेंडर हमारे सामाजिक स्तर पर भी स्वीकार हो गया।

लेकिन शायद अबके जेनरेशन के बच्चों को पता नही की हमारे देश मे इशवी सन के प्रारंभ से काफ़ी पूर्व से विक्रम संबत राजा विक्रमादित्य द्वारा शुरू किया गया था जिसे आप हिन्दू कलेंडर में देखते है।

ईस्वी सन शुरू होने के 57 वर्ष पूर्व भारत के राजा विक्रम द्वारा विक्रम संबत प्रारंभ किया गया था।इसकी गणना करने कितना आसान है निम्न रूप में जान सकते है---

अभी जितना ईस्वी सन है उसमें केवल आप 57 जोड़ दे तो आपको विक्रम संवत की जानकारी हो जायेगी।अर्थात अभी वर्ष अंग्रेजी कलेंडर सर 2021 है,इसमें 57 जोड़ने से विक्रम संबत 2021:+57=2078 अर्थात अभी 2078  विक्रम संबत चल रहा है।

  इसी प्रकार हमारे देश में एक और कलेंडर अंग्रेजी के आने से पूर्ब से चला आ रहा है वह है शक कलेंडर।

शक कलेंडर ईस्वी सन के 78 वर्ष बाद शुरू हुए।अब अगर आपको शक कलेंडर का वर्ष ज्ञात करना हो तो आप चुकी शक कलेंडर ईस्वी सन के 78 वर्ष बाद शुरू हुए अतः आप बर्तमान सन 2021 में 78  घटा दे तो शक संबत मालूम हो जायेगा। जैसे--2021-78=1943 अर्थात बर्तमान में 1943 शक संबत चल रहा है।

उम्मीद है शक और विक्रम सबत कब और कैसे गणना की जायेगी की कुछ सूचना लाभप्रद होगी।

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